दे के समय अपना अपने पौधों को बनाए वृक्ष ताकि उनकी छाँव में रह सकें आपके अपने दे के समय अपना अपने पौधों को बनाए वृक्ष ताकि उनकी छाँव में रह सकें आपके अपने
निर्माण हूँ ध्वंस भी म्यान से निकली प्यासी तलवार हूँ मैं! निर्माण हूँ ध्वंस भी म्यान से निकली प्यासी तलवार हूँ मैं!
अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।। अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।।
यथार्थ...। यथार्थ...।
एक विचार...। एक विचार...।
एक शाम वक्त के नाम...। एक शाम वक्त के नाम...।